Big decision of RBI: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) नियमित रूप से देश की मुद्रा के संबंध में दिशा-निर्देश जारी करता रहता है। हाल ही में, सोशल मीडिया पर 100 रुपये के नोट को लेकर कई अफवाहें फैल रही हैं। इन अफवाहों से आम जनता में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। आइए जानें इन अफवाहों की सच्चाई और 100 रुपये के नोट से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य।
100 रुपये के नोट पर आरबीआई का स्टैंड
भारतीय रिजर्व बैंक ने 100 रुपये के नोट को अमान्य करने के संबंध में कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की है। यह एक गलत अफवाह है कि मार्च 2024 के बाद 100 रुपये के नोट अमान्य हो जाएंगे। आरबीआई द्वारा जारी किए गए सभी 100 रुपये के नोट वैध मुद्रा हैं और इनका उपयोग देश भर में किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की संदेहपूर्ण जानकारी पर विश्वास करने से पहले आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट से इसकी पुष्टि करें।
100 रुपये के नोट की सुरक्षा विशेषताएं
100 रुपये के नोट में कई सुरक्षा विशेषताएं हैं जिनके आधार पर असली और नकली नोट की पहचान की जा सकती है। इन सुरक्षा विशेषताओं में महात्मा गांधी का चित्र, आरबीआई का वॉटरमार्क, और सुरक्षा धागा शामिल हैं। सुरक्षा धागे पर “भारत” और “RBI” लिखा होता है। इसके अलावा, नोट के अंकों का आकार बाएं से दाएं बढ़ते क्रम में होता है।
100 रुपये और उससे अधिक मूल्य के नोटों में पहचान चिह्न के आकार में 50 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। नोट में विशेष स्याही का भी उपयोग किया जाता है जो रोशनी के संपर्क में आने पर अपना रंग बदलती है। ये सभी विशेषताएं नकली नोटों से बचने में मदद करती हैं।
नोट पर लिखने का प्रभाव
कई लोगों का मानना है कि नोट पर कुछ भी लिखने से वह अमान्य हो जाता है। यह धारणा पूरी तरह से गलत है। पीआईबी फैक्ट चेक के अनुसार, नोट पर कुछ भी लिखने मात्र से वह अवैध नहीं हो जाता। आप बिना किसी चिंता के ऐसे नोटों का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, मुद्रा को स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है, इसलिए नोटों पर लिखने से बचना चाहिए।
सोशल मीडिया पर फैल रहीं अफवाहें
आजकल सोशल मीडिया पर 100 रुपये के नोट से जुड़ी कई अफवाहें फैल रही हैं। इनमें से एक प्रमुख अफवाह यह है कि आरबीआई ने 100 रुपये के नोटों को मार्च 2024 के बाद अवैध घोषित कर दिया है। यह दावा बिल्कुल झूठा है। आरबीआई ने ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया है।
इसके अलावा, यह भी अफवाह फैलाई जा रही है कि बैंक और बाजार 100 रुपये के नोट पहचानने में असफल हो रहे हैं। यह भी सत्य नहीं है। आरबीआई द्वारा जारी सभी 100 रुपये के नोट वैध हैं और सभी बैंक और व्यापारी इन्हें स्वीकार करते हैं।
गंदे या फटे नोटों का क्या करें?
अगर आपके पास कोई गंदा या फटा हुआ नोट है, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। आप इसे किसी भी बैंक शाखा में जाकर बदल सकते हैं। आरबीआई ने सभी बैंकों को यह निर्देश दिया है कि वे कटे-फटे और विरूपित नोटों को बदलने की सुविधा प्रदान करें। इस सेवा के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा।
बैंकनोट पर वचन खंड का महत्व
हर भारतीय बैंकनोट पर एक वचन खंड होता है, जिसमें लिखा होता है “मैं धारक को … रुपये अदा करने का वचन देता हूँ”। यह वाक्य आरबीआई की ओर से एक आश्वासन है कि वह नोट के धारक को उस नोट के मूल्य के बराबर राशि देने के लिए बाध्य है। यह बैंकनोट की प्रामाणिकता का एक प्रमुख संकेत है।
नकली नोटों से कैसे बचें?
नकली नोटों से बचने के लिए आपको नोटों की सुरक्षा विशेषताओं की जानकारी होनी चाहिए। नोट को रोशनी में देखकर वॉटरमार्क की जांच करें। सुरक्षा धागे पर “भारत” और “RBI” लिखा होना चाहिए। नोट के अंकों का आकार बाएं से दाएं बढ़ता हुआ होना चाहिए। अगर आपको कोई संदेह है, तो नोट को बैंक में ले जाकर जांच करवा सकते हैं।
100 रुपये के नोट से जुड़ी अफवाहों पर विश्वास न करें। ये सभी नोट वैध हैं और देश भर में स्वीकार किए जाते हैं। आरबीआई ने इन्हें अमान्य करने के संबंध में कोई नई गाइडलाइन जारी नहीं की है। आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करें और अफवाहों से दूर रहें। अगर आपके पास कोई गंदा या फटा हुआ नोट है, तो उसे नजदीकी बैंक शाखा में बदल सकते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है। आरबीआई की गाइडलाइन और 100 रुपये के नोट से संबंधित जानकारी में बदलाव संभव है; इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले भारतीय रिजर्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट rbi.org.in पर जाकर जानकारी की पुष्टि कर लें। सभी जानकारी केवल सामान्य संदर्भ हेतु दी गई है और वास्तविक विवरण भिन्न हो सकते हैं।