भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है, जिसके फलस्वरूप कई प्रमुख बैंकों ने होम लोन की ब्याज दरों में कमी की है। यह निर्णय लाखों होम लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।
केनरा बैंक ने अपनी ब्याज दर घटाकर 9 प्रतिशत कर दी है, जो 12 फरवरी 2025 से लागू होगी। बैंक ऑफ बड़ौदा में यह दर 8.90 प्रतिशत, बैंक ऑफ इंडिया में 9.10 प्रतिशत, और पंजाब नेशनल बैंक में 9 प्रतिशत हो गई है।
लाभार्थियों पर प्रभाव
इस कटौती का सबसे अधिक लाभ उन ग्राहकों को मिलेगा जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया है। नए ग्राहकों को तुरंत फायदा मिलेगा, जबकि पुराने ग्राहकों को लोन के रिवीजन के समय लाभ मिलेगा।
ईएमआई में कमी
कम ब्याज दरों के कारण लोन की मासिक किस्त (ईएमआई) में भी कमी आएगी। यह विशेषकर नए ग्राहकों के लिए फायदेमंद होगा, जो अब कम बोझ के साथ घर का सपना पूरा कर सकेंगे।
आरएलएलआर का महत्व
रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) सीधे रिजर्व बैंक की रेपो दर से जुड़ा होता है। इसमें कमी का सीधा प्रभाव होम लोन की ब्याज दरों पर पड़ता है, जिससे लोन लेना आसान हो जाता है।
नए ग्राहकों के लिए सुनहरा अवसर
यह समय होम लोन लेने के लिए बेहद अनुकूल है। कम ब्याज दरों के कारण न केवल ईएमआई कम होगी, बल्कि बैंक नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष ऑफर भी दे सकते हैं।
पुराने ग्राहकों के लिए सुविधाएं
पुराने ग्राहक जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर लोन लिया है, उन्हें ब्याज दरों में कमी का लाभ उनके लोन के रिवीजन के समय मिलेगा। यह आमतौर पर तीन से छह महीने में होता है।
होम लोन की ब्याज दरों में यह कटौती आम आदमी के लिए बड़ी राहत है। यह न केवल नए घर खरीदारों को प्रोत्साहित करेगी, बल्कि मौजूदा लोन धारकों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। यह कदम रियल एस्टेट क्षेत्र को भी गति प्रदान करेगा।