आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर तरह-तरह की खबरें तेजी से फैलती हैं। हाल ही में यूट्यूब, फेसबुक, टेलीग्राम और कई अन्य ब्लॉग वेबसाइटों पर ‘प्रधानमंत्री फ्री लैपटॉप योजना’, ‘वन स्टूडेंट वन लैपटॉप योजना’ जैसी कई खबरें वायरल हो रही हैं। ये खबरें छात्रों को आकर्षित करती हैं और उन्हें मुफ्त लैपटॉप पाने का सपना दिखाती हैं। लेकिन क्या वाकई में ऐसी कोई योजना मौजूद है? आइए जानते हैं इसके पीछे की सच्चाई।
सच्चाई क्या है – क्या है केंद्र सरकार की फ्री लैपटॉप योजना?
सबसे पहले यह स्पष्ट कर दें कि वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा ऐसी कोई भी योजना नहीं चलाई जा रही है जिसमें छात्रों को मुफ्त में लैपटॉप दिए जा रहे हों। कई बड़े मीडिया संस्थानों और न्यूज़ चैनलों ने इस तथाकथित ‘फ्री लैपटॉप योजना’ का फैक्ट चेक किया है और इसे पूरी तरह से भ्रामक और फर्जी पाया है। इन योजनाओं का कोई आधिकारिक आधार नहीं है और न ही केंद्र सरकार के किसी भी विभाग ने इस तरह की किसी योजना की घोषणा की है।
भ्रामक वीडियो और थंबनेल का खेल
यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई वीडियो मेकर और इन्फ्लुएंसर आकर्षक थंबनेल और मिसलीडिंग टाइटल का उपयोग करके वीडियो बना रहे हैं। इन वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों का इस्तेमाल किया जाता है और दावा किया जाता है कि सरकार मेधावी छात्रों को फ्री लैपटॉप प्रदान कर रही है। ये वीडियो दावा करते हैं कि आप कुछ लिंक पर क्लिक करके या फॉर्म भरकर इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। लेकिन यह सब एक बड़ा धोखा है।
छात्रों के बीच भ्रम की स्थिति
इस तरह की भ्रामक खबरों से छात्रों के बीच काफी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। विशेष रूप से वे छात्र जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं और पढ़ाई के लिए एक लैपटॉप पाना चाहते हैं, ऐसी खबरों से प्रभावित हो जाते हैं। वे इन वीडियो में बताए गए तरीकों से लैपटॉप पाने की कोशिश करते हैं, जिससे उनका समय और कभी-कभी पैसा भी बर्बाद होता है। इसके अलावा, ऐसी फर्जी योजनाओं के नाम पर कई बार व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है, जिससे धोखाधड़ी का खतरा भी बढ़ जाता है।
क्यों फैलाई जाती हैं ऐसी फर्जी खबरें?
इस तरह की फर्जी खबरें फैलाने के पीछे मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया पर ट्रैफिक बढ़ाना और क्लिकबेट के माध्यम से पैसा कमाना होता है। यूट्यूब वीडियो बनाने वाले अक्सर ऐसे आकर्षक टाइटल और थंबनेल का उपयोग करते हैं ताकि लोग उनके वीडियो पर क्लिक करें। जितने अधिक व्यूज और एंगेजमेंट होते हैं, उतना ही अधिक मुनाफा इन कंटेंट क्रिएटर्स को मिलता है। दुर्भाग्य से, इसका नुकसान आम लोगों, विशेष रूप से छात्रों को होता है जो इन भ्रामक जानकारियों पर विश्वास कर लेते हैं।
राज्य सरकारों द्वारा चलाई गई लैपटॉप योजनाएं
हालांकि केंद्र सरकार द्वारा कोई फ्री लैपटॉप योजना नहीं चलाई जा रही है, लेकिन कुछ राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों में मेधावी छात्रों के लिए लैपटॉप वितरण योजनाएं चला रही हैं। ये योजनाएं राज्य विशेष की हैं और इनके लिए विशेष पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। अगर आप किसी राज्य विशेष के मेधावी छात्र हैं, तो आप अपने राज्य की आधिकारिक शैक्षिक विभाग की वेबसाइट पर जाकर इस संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
छात्रों के लिए क्या है सही रास्ता?
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया पर फैलने वाली ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें और अपनी पढ़ाई पर फोकस करें। किसी भी सरकारी योजना के बारे में जानकारी केवल आधिकारिक स्रोतों से ही प्राप्त करें। केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी आधिकारिक वेबसाइटों, मंत्रालयों के सोशल मीडिया अकाउंट्स या MyGov जैसे प्लेटफॉर्म पर मिल सकती है। इसके अलावा, स्कॉलरशिप और अन्य शैक्षिक सहायता के विकल्पों के बारे में जानकारी प्राप्त करके आप अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद पा सकते हैं।
फर्जी खबरों से कैसे बचें?
फर्जी खबरों से बचने के लिए हमेशा मूल स्रोत की जांच करें। सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी के लिए केवल सरकारी वेबसाइटों और आधिकारिक चैनलों पर भरोसा करें। अगर कोई खबर बहुत ही अच्छी लगती है या बहुत ही आसान तरीके से बड़े लाभ देने का वादा करती है, तो उस पर संदेह करें और उसकी सत्यता की जांच करें। साथ ही, इस तरह की भ्रामक जानकारी के बारे में अपने दोस्तों और परिवार को भी बताएं ताकि वे भी इससे सावधान रह सकें।
अंत में, यह स्पष्ट है कि वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा ‘प्रधानमंत्री फ्री लैपटॉप योजना’ या ‘वन स्टूडेंट वन लैपटॉप योजना’ जैसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है। सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें पूरी तरह से फर्जी और भ्रामक हैं। छात्रों और अभिभावकों से अनुरोध है कि वे ऐसी खबरों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें और वास्तविक अवसरों की तलाश करें।
अस्वीकरण: यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सरकारी योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या कार्यालय से संपर्क करें। लेखक इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।