आज के समय में अपना घर खरीदना हर किसी का सपना होता है। लेकिन महंगाई और बढ़ती कीमतों के चलते, एक साधारण व्यक्ति के लिए नकद पैसों से घर खरीदना मुश्किल हो गया है। ऐसे में होम लोन एक बेहतर विकल्प बन गया है। पर कई बार ब्याज दरों में बदलाव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को देखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक ने कुछ नए नियम बनाए हैं, जो आम लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आए हैं।
रिज़र्व बैंक ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे अपने ग्राहकों को उनकी सहूलियत के हिसाब से लोन चुकाने की सुविधा दें। अब आप चाहें तो अपनी ईएमआई बढ़ा सकते हैं या फिर लोन की अवधि को लंबा कर सकते हैं। यानी अगर आपकी सैलरी बढ़ी है और आप जल्दी लोन खत्म करना चाहते हैं, तो ज्यादा ईएमआई भर सकते हैं। वहीं अगर कोई वित्तीय दिक्कत आ गई है, तो लोन की अवधि बढ़ाकर ईएमआई को कम किया जा सकता है।
छोटी ईएमआई या कम समय – आपकी मर्जी
इस नई व्यवस्था की सबसे अच्छी बात यह है कि अब आप अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार फैसला ले सकते हैं। मान लीजिए आपने 20 साल का होम लोन लिया है और अब आपकी आमदनी बढ़ गई है। ऐसे में आप ईएमआई बढ़ाकर लोन को 15 साल में भी खत्म कर सकते हैं। इससे आपको ब्याज में भी बचत होगी। वहीं अगर किसी वजह से आमदनी कम हुई है, तो लोन की अवधि बढ़ाकर मासिक किस्त को कम किया जा सकता है।
कई बार ऐसा होता है कि अचानक नौकरी चली जाती है या कोई बड़ी बीमारी आ जाती है। ऐसे में ईएमआई भरना मुश्किल हो जाता है। नए नियमों के तहत अब आप बैंक से बात करके अपनी ईएमआई को कम कर सकते हैं। इससे आपको तत्काल राहत मिलेगी और आप अपनी वित्तीय स्थिति को संभाल सकते हैं।
समझदारी से लें होम लोन का फैसला
अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों पर ध्यान दें। सबसे पहले अपनी आमदनी और खर्चों का हिसाब लगाएं। देखें कि आप हर महीने कितनी ईएमआई आसानी से चुका सकते हैं। अलग-अलग बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें। साथ ही प्रोसेसिंग फीस और अन्य शर्तों को भी ध्यान से पढ़ें।
क्रेडिट स्कोर का रखें ख्याल
आजकल बैंक लोन देने से पहले आपके क्रेडिट स्कोर को बहुत महत्व देते हैं। अच्छा क्रेडिट स्कोर होने पर न सिर्फ लोन जल्दी मिलता है, बल्कि कम ब्याज दर पर भी मिल सकता है। इसलिए अपने क्रेडिट कार्ड और अन्य लोन की किस्तें समय पर भरें। इससे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा रहेगा।
लोन बीमा की अहमियत
जीवन में कभी भी कुछ भी हो सकता है। इसलिए होम लोन के साथ लोन बीमा भी जरूर करवाएं। अगर किसी कारण से लोन लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो बीमा कंपनी बाकी का लोन चुका देती है। इससे परिवार पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ता।
नए नियमों से मिली नई उम्मीद
रिज़र्व बैंक के नए नियम लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आए हैं। अब होम लोन लेने वालों को अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार लोन चुकाने की आजादी मिल गई है। इससे एक तरफ जहां लोगों को अपना घर खरीदने में आसानी होगी, वहीं दूसरी तरफ वित्तीय संकट के समय में भी वे अपना लोन आसानी से चुका सकेंगे।
सोच-समझकर लें फैसला
होम लोन एक लंबी अवधि की वित्तीय प्रतिबद्धता है। इसलिए इससे जुड़े हर फैसले को सोच-समझकर लें। अपनी वर्तमान आमदनी के साथ-साथ भविष्य की संभावनाओं पर भी विचार करें। याद रखें, घर खरीदना जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है कि आप बिना किसी तनाव के अपना लोन चुका सकें।
इस तरह हम देख सकते हैं कि रिज़र्व बैंक के नए नियम होम लोन लेने वालों के लिए काफी फायदेमंद हैं। इनसे न सिर्फ लोन चुकाने में लचीलापन आएगा, बल्कि लोग अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार बेहतर फैसले ले सकेंगे। अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इन नियमों को समझें और अपनी जरूरत के अनुसार इनका लाभ उठाएं।